मेरठ के बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड की असली वजह सामने आई, मुस्कान ने चार्जशीट में बताई सच्चाई

मेरठ
मेरठ के बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड की असली वजह सामने आ गई है। पुलिस ने इस मामले की जांच पूरी कर ली है और चार्जशीट लगभग तैयार है। शुरुआती अटकलों के विपरीत, इस हत्याकांड के पीछे कोई तंत्र-मंत्र या अंधविश्वास नहीं था, बल्कि इसका कारण प्रेम संबंध निकला।

प्रेम प्रसंग बना हत्या की वजह
पुलिस जांच में स्पष्ट हो गया है कि मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ की हत्या की थी। दोनों नशे के आदी थे और एक साथ रहना चाहते थे, लेकिन सौरभ उनके रास्ते की रुकावट था। चूंकि उसके रहते वे शादी नहीं कर सकते थे, इसलिए उसे हटाने की साजिश रची गई।

हत्या की प्लानिंग और सबूत
पुलिस के मुताबिक, हत्या की पूरी योजना पहले से बनाई गई थी।
मुस्कान ने चाकू, ड्रम और बेहोश करने की दवा का इंतजाम किया।
साहिल सीमेंट लेकर आया, ताकि शव को ठिकाने लगाया जा सके।
ड्रम में लाश डालकर सीमेंट से सील करने का आइडिया साहिल का था।

पुलिस ने इस मामले में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, घटनास्थल से मिले सबूत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को चार्जशीट में शामिल किया है। हत्या के दौरान इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, खून से सने कपड़े, बैग, चादर और ड्रम को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

18 मार्च को हुआ था हत्याकांड का खुलासा
सौरभ का शव 18 मार्च को ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर स्थित घर से बरामद हुआ था। शव ड्रम में बंद था और उसे सीमेंट के घोल से ठोस बना दिया गया था। फोरेंसिक टीम की जांच के बाद पुलिस ने मकान को सील कर दिया था।

केस में नहीं मिला तीसरा आरोपी
जांच में यह भी स्पष्ट हो गया है कि इस हत्याकांड में कोई तीसरा व्यक्ति शामिल नहीं था। पुलिस जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करने की तैयारी में है।

  • Related Posts

    हरदोई में श्रद्धालुओं पर हमले से आक्रोशित हरदोईवासियों ने फूंका पाकिस्तान पीएम का पुतला, आतंकवाद के खिलाफ जनाक्रोश

    हरदोई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू श्रद्धालुओं पर हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इसका तीखा विरोध अब सड़कों पर दिखने लगा है। हरदोई शहर…

    मुख्यमंत्री योगी ने भी कानपुर के लाल को अंतिम विदाई दी, कहा-पूरी शक्ति से आतंक के विषैले फनों को कुचला जाएगा

    कानपुर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर के शुभम द्विवेदी का गुरुवार को ड्योढ़ी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *