कब रखा जाएगा कजरी तीज का व्रत ? जानें तिथि, पूजा विधि और चंद्रोदय का समय

 हर साल भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का त्योहार मनाया जाता है. कजरी का अर्थ काले रंग से है. इस दौरान आसमान में काली घटा छाई रहती है. इसलिए शास्त्रों में इस शुभ तिथि को कजरी तीज का नाम दिया गया है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के भवानी स्वरूप की पूजा का विधान है. इस दिन नीमड़ी माता की पूजा भी बहुत कल्याकणकारी मानी गई है. इस दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए व्रत करती हैं और पति लंबी उम्र की कामना करती हैं. अवविवाहित कन्याएं मनाचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज का उपवास कर सकती हैं.

कब है कजरी तीज?
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 21 अगस्त को शाम 5 बजकर 6 मिनट से प्रारंभ होगी. इसका समापन 22 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 46 पर होगा. उदिया तिथि के चलते कजरी तीज का व्रत 22 अगस्त दिन गुरुवार को ही रखा जाएगा.

कजरी तीज की पूजन विधि
कजरी तीज के दिन नीमड़ी माता की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है. इस दिन सुबह स्नानादि के बाद निर्जला व्रत का संकल्प लें. कजरी तीज के अवसर पर नीमड़ी माता की पूजा करने का विधान है. पूजन से पहले मिट्टी व गोबर से दीवार के सहारे एक तालाब जैसी आकृति बनाई जाती है और उसके पास नीम की टहनी को रोप देते हैं.

तालाब में कच्चा दूध और जल डालते हैं और किनारे पर एक दीया जलाकर रखते हैं. फिर नीमड़ी माता को जल की छींटे दें और उन्हें रोली, अक्षत व मोली चढ़ाएं. इसके बाद पूजा के कलश पर रोली से टीका लगाएं और कलावा बांधें. फिर नीमड़ी माता के पीछे दीवार पर अंगुली से मेहंदी, रोली और काजल की 13-13 बिंदिया लगाएं.

ध्यान रहे कि रोली और मेहंदी की बिंदी अनामिका अंगुली और काजल की बिंदी तर्जनी अंगुली से लगाएं. इसके बाद नीमड़ी माता को इच्छानुसार किसी एक फल के साथ दक्षिणा चढ़ाएं. फिर नीमड़ी माता से पति की लंबी उम्र और सुखी दांपत्य जीवन की कामना करें. इसके बाद किसी तालाब के किनारे दीपक के उजाले में नींबू, नीम की डाली, ककड़ी, नाक की नथ और साड़ी का पल्लू देखें. आखिर में चंद्रमा को अर्घ्य दें और सुख-संपन्नता के लिए प्रार्थना करें.

चंद्रोदय का समय
कजरी तीज पर शाम के समय नीमड़ी माता की पूजा के बाद चांद को अर्घ्य देने की परंपरा है. इसलिए इस दिन चंद्रोदय कब होगा, यह जान लेना भी बहुत जरूरी है. हिंदू पंचांग के अनुसार, कजरी तीज के दिन चंद्रोदय रात 8 बजकर 20 मिनट पर होगा.

  • Related Posts

    7 नवंबर 2024 गुरुवार को इन राशियों में दिखेगा लाभ

    मेष राशि- आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। करियर में तरक्की करेंगे। शैक्षिक कार्यों में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। घर में मेहमानों का आगमन संभव है। पारिवारिक जीवन में खुशियों का माहौल…

    छठ पूजा का प्रसाद मांग कर खाने की परंपरा का विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

    छठ पूजा में प्रसाद में ठेकुआ, चावल के लड्डू, फल और कई प्रकार की पूजा सामग्री शामिल होती है, जिन्हें विशेष रूप से व्रती द्वारा तैयार किया जाता है। यह…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: क्यों फेल हो गए राहुल के सारे दांव, जिसने चढ़ाया था उसी ने 6 महीने के अंदर फर्श पर ला पटका

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: क्यों फेल हो गए राहुल के सारे दांव, जिसने चढ़ाया था उसी ने 6 महीने के अंदर फर्श पर ला पटका

    ऑनलाइन जोइनिंग के विरोध में अध्यक्ष ने की जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    ऑनलाइन जोइनिंग के विरोध में अध्यक्ष ने की  जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकात

    इंदौर में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को प्रलोभन देकर मतांतरण करवाने की कोशिश करने वालों को हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने पकड़ा

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    इंदौर में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को प्रलोभन देकर मतांतरण करवाने की कोशिश करने वालों को हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने पकड़ा

    बागेश्वर बाबा की पदयात्रा पर कांग्रेस MLA का विवादित बयान, पं. धीरेंद्र शास्त्री मोदी के प्रोडक्ट…

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    बागेश्वर बाबा की पदयात्रा पर कांग्रेस MLA का विवादित बयान, पं. धीरेंद्र शास्त्री मोदी के प्रोडक्ट…

    क्या होगा महाराष्ट्र में भाजपा का प्लान, नीतीश कुमार की तरह कम सीटों पर भी सीएम होंगे एकनाथ शिंदे?

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    क्या होगा महाराष्ट्र में भाजपा का प्लान, नीतीश कुमार की तरह कम सीटों पर भी सीएम होंगे एकनाथ शिंदे?

    मध्य प्रदेश में हार के बाद कांग्रेस में बढ़े मतभेद, पार्टी की बैठक में नहीं पहुंचे शीर्ष नेता

    • By
    • November 23, 2024
    • 0 views
    मध्य प्रदेश में हार के बाद कांग्रेस में बढ़े मतभेद, पार्टी की बैठक में नहीं पहुंचे शीर्ष नेता