धमतरी छत्तीसगढ़ के भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में बीस साल से रखी चालिस अस्थियों को अब धमतरी के महानदी में मुक्ति मिलेगी।
धमतरी के स्वर्गधाम सेवा समिति को सभी 40 अस्थियां विसर्जन के लिए कल सुपुर्द किया गया। समिति अब तक 589 अनजान मृतकों का अंतिम संस्कार कर चुकी है। भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में 20 साल से 40 अस्थियां रखी थीं,जो मुक्ति के लिए तरस रही थी। जब यह जानकारी समिति के महासचिव अशोक पवार को लगी तो उन्होंने इन अस्थियों की मुक्ति के लिए प्रयास शुरू कर दिया। भिलाई नगर निगम में आवेदन के साथ ही प्रक्रिया शुरू हुई और 7 दिनों में ही विधिवत अनुमति भी मिल गई।
पवार अपनी टीम के साथ रामनगर मुक्तिधाम पहुँचे और मुक्तिधाम के इंचार्ज से सभी 40 अस्थियों को अपने सुपुर्द लिया। इस अवसर पर नगर निगम भिलाई के जनसंपर्क अधिकारी शरद दुबे, स्वर्गधाम सेवा समिति धमतरी के संतोष सार्वा, अजय वाल्मीकि, गोपी साहू, लोकेश निषाद उपस्थित थे।
पवार ने बताया कि 40 अस्थियाें में से 17 अस्थियों का कोई अता-पता नहीं यानी अज्ञात है। वहीं 23 अस्थियों के नाम पते तो मिले, लेकिन उन्हें कोई लेने नहीं पहुँचे। कुछ अस्थियों के पते ही गलत थे। कइयों के परिजन विदेश में रहते है, जिनका न मोबाइल नंबर है और न ही पता। हम हिन्दू रीति रिवाज से सभी अस्थियों का विसर्जन कर हर साल इनका पिंडदान व तर्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत में कहीं भी इस तरह मोक्ष के लिए तरस रही अस्थियां हो तो मोबाइल नंबर 877022221 में खबर करें। 20 अक्टूबर को चित्रोत्पला गंगा महानदी रुद्रेश्वर धाम रुद्री धमतरी के पावन तट पर सभी अस्थियों का विसर्जन किया जायेगा।