रायपुर भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई ने चुनाव आयोग से राज्य में हुई कुछ घटनाओं को टारगेट किलिंग करार देते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को हटाने तथा राजनांदगांव के पुलिस महानिरीक्षक एवं मोहला–मानपुर के पुलिस अधीक्षक को स्थानांतरित करने की मांग की हैं।
राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को इस आशय का ज्ञापन सौंपे जाने के बाद सांसद द्वय संतोष पांडेय व सुनील सोनी, मुख्य प्रवक्ता एंव पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पत्रकारों को बताया कि मोहला-मानपुर क्षेत्र के भाजपा नेता बिरझू तारम व अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की राजनीतिक व लक्षित हत्या के बाद हत्यारों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा इस घटना के बाद विधानसभा चुनाव में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में केन्द्रीय सुरक्षा बलों (सेंट्रल फोर्स) की तैनाती की मांग की है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही मतदाताओं को आतंकित करने के उद्देश्य से राजनैतिक टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। भाजपा नेताओं ने कहा कि गत 20 अक्टूबर को नक्सल प्रभावित इलाके मोहला-मानपुर में भाजपा नेता बिरझू तारम की निर्दयता से गोली मारकर हत्या कर दी गईI चुनाव की घोषणा के पूर्व से ही प्रदेश में आतंक का माहौल बनाने के उद्देश्य से ऐसी अनेक आपराधिक घटनाओं को जाम दिया गया है।
पूर्व मंत्री ki चंद्राकर ने कांग्रेस की भूपेश सरकार पर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ताओं की पुलिस के संरक्षण में लक्षित हत्या (टारगेट किलिंग) की आशंका जताते हुए आरोप लगाया कि आगे चुनाव में पुलिस के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं की और भी टारगेट व सुपारी किलिंग हो सकती है। कांग्रेस के लोग सत्ता-संरक्षण प्रदान कर बाहुबलियों के जरिए चुनाव के दौरान हिंसा फैलाकर माहौल बिगाड़ने पर उतारू हैं। टारगेट किलिंग, हिंसा की राजनीति के जरिए आतंक फैलाना कांग्रेस का स्थायी चरित्र रहा है।