बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने बुधवार को विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों से कहा कि वे राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बैंकों से सहयोग के लिए केंद्र पर दबाव बनाएं।
महासेठ ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए उद्योग विभाग की बजटीय मांग पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए भाजपा सदस्यों को आग्रह किया कि वे बिहार की छवि को खराब न करें । इसके बजाय वे राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार को समर्थन दें। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नेता हमेशा बिहार की छवि खराब करने की कोशिश करते पाए जाते हैं।
मंत्री ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार ने बिहार में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। बैंक राज्य में औद्योगीकरण की गति को तेज करने के लिए वांछित सहयोग नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के उद्यमियों को ऋण देने में बैंकों से अधिक सहयोग सुनिश्चित करने के लिए भाजपा नेताओं को आधारहीन आलोचना में लगे रहने के बजाय बेहतर होगा कि वे बैंकों से सहयोग के लिए केंद्र पर दबाव बनाएं।
महासेठ ने कहा कि पिछले छह माह में 20 हजार उद्यमियों को अपना-अपना उद्यम स्थापित करने के लिए 10-10 लाख रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में लगभग 500 उद्यमियों को मुख्यमंत्री उद्यमिता योजना के तहत ऋण दिया गया है।
मंत्री ने इस बात पर खेद जताया कि केंद्र द्वारा बिहार में कोई विशेष आर्थिक क्षेत्र नहीं बनाया गया जबकि अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में ऐसे क्षेत्र बने। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और विपक्ष को भी बेहतर परिणाम सुनिश्चित करने के लिए सुझाव देने चाहिए।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए। इसके बाद सदन ने उद्योग विभाग की वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 1648.81 करोड़ रुपये की बजटीय मांग को ध्वनि मत से पारित कर दिया।