देश की सीमाओं और आतंरिक सुरक्षा के लिये सदैव तत्पर रहने वाले सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने ‘सेवा सुरक्षा,बंधुत्व’ के आदर्श वाक्य के साथ अपना 59वां स्थापना दिवस शुक्रवार को यहां तृतीय वाहिनी के परिसर में जोश और उत्साह के साथ मनाया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर पहली बार अपना स्थापना दिवस मना रहे एसएसबी के जवानों ने इस मौके पर हैरतअंगेज प्रदर्शन कर राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति अपने जज्बातों का इजहार किया। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भव्य परेड की सलामी ली। उनके साथ बल की महानिदेशक श्रीमती रश्मि शुक्ला मौजूद थीं। इससे पहले राय और केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने शहीद स्मारक पर राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले एसएसबी के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
समारोह के दौरान एसएसबी के छह सीमांत मुख्यालयों से एक महिला टुकड़ी, एक स्पेशल ऑप्स टुकड़ी और श्वान दस्ते का प्रतिनिधित्व करने वाले भव्य पोशाक पहने बलकर्मियों ने शानदार मार्च पास्ट किया।
बल की महानिदेशक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये एसएसबी के गौरवशाली इतिहास और उपलब्धियों की जानकारी वहां मौजूद लोगों से साझा की और भरोसा दिलाया कि बल भविष्य में भी पूरे समर्पण के साथ देश की सेवा करता रहेगा। उन्होने कहा कि एसएसबी का स्थापना दिवस लखीमपुर में करने का मकसद यहां के युवाओं को बल में भर्ती के लिये प्रोत्साहित करना भी था।
इसके बाद वीरता के लिए नौ पुलिस पदक , विशिष्ट सेवा के लिए पांच राष्ट्रपति पुलिस पदक, मेधावी सेवा के लिए 22 पुलिस पदक और एसएसबी वाहिनियों और सीमांत मुख्यालयों को उनके कर्तव्यों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ट्राफियां दी गईं।
राय ने अपने उदबोधन में एसएसबी के पुरुषों और महिलाओं के मार्चिंग दस्तों द्वारा दिखाए गए अनुशासन, तेजी और तालमेल की सराहना की साथ ही साथ नेपाल और भूटान देशों की भारत के साथ मित्रवत सीमाओं पर एसएसबी के पेशेवर कामकाज की भी प्रशंसा की।उन्होने कहा कि एसएसबी ने न सिर्फ मित्र राष्ट्र नेपाल और भूटान से सटी सीमाओं पर अराजक तत्वों पर पैनी निगाह रखी हुयी है बल्कि मित्र राष्ट्र के संबंधों को और प्रगाढ़ करने में अहम भूमिका निभायी है।
उन्होने सीमा पार से होने वाली मादक पदार्थो की तस्करी और मानव तस्करी समेत अन्य अवांछनीय कृत्यों की रोकथाम के लिये जवानों को बधाई दी और सीमावर्ती क्षेत्रों में किये जा रहे सिविक एक्शन कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। । श्री राय ने छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में एसएसबी द्वारा चलाए गए नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में सशस्त्र सीमा बल की भूमिका की भी प्रशंसा की।
राय और मिश्र ने विभिन्न स्थानों पर सशस्त्र सीमा बल के कार्यालय और आवासीय भवन का भी वर्चुअली उद्घाटन किया।
एसएसबी के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर गुरूवार रात फूलों की होली खेली गयी। इस मौके पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ‘टेनी’ और नित्यानंद राय के अलावा एसएसबी की महानिदेशक रश्मि शुक्ला, अपर महानिदेशक बी. राधिका और महानिरीक्षक सीमांत लखनऊ रत्न संजय समेत अन्य आला अधिकारी मौजूद थे। एसएसबी क्षेत्रीय मुख्यालय लखीमपुर खीरी के प्रांगण में इस मौके पर लघु फिल्म के जरिये एसएसबी के इतिहास और उसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
नित्यानंद राय ने कहा कि मित्र राष्ट्र भूटान और नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी ने न सिर्फ अपने दायित्वों को बखूबी निर्वहन किया है बल्कि पड़ोसी देशाे के साथ सदियों पुराने संबंधों को भी और प्रगाढ करने में अहम भूमिका निभायी है। पूर्वोत्तर राज्यों में नक्सलवाद के सफाये पर एसएसबी की अहम भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
मिश्र ने कहा कि एसएसबी का स्थापना दिवस दिल्ली के बाहर पहली बार हो रहा है और इसमें उनके अपने गृह जिले को चुना गया है। इसके लिये वह खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे है। एसएसबी देश में तीन तरह से काम कर भारत का नाम रोशन कर रही है। एसएसबी सरहद की सुरक्षा करने के साथ, सौहार्द का माहौल बनाने और जरुरतमंदो की सेवा करने में आगे आती रही है।
एसएसबी की अपर महानिदेशक रश्मि शुक्ला ने कहा कि उनके जवान प्रतिकूल परिस्थितियों में भी नेपाल और भूटान सीमा पर मुस्तैदी से अपने दायित्वों को निभा रहे है। अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा के अलावा बल सीमा से सटे जिलों में स्थानीय पुलिस के साथ मिल कर कानून व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने में जुटा है। इसके अलावा नक्सलवाद की रोकथाम और तस्करी रोकने में बल के जवान रात दिन एक किये हुये हैं।
करीब तीन घंटे चले कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति के बाद बड़े पैमाने पर फूलों की होली खेली गयी। इस दौरान दोनो राज्यमंत्री और एसएसबी के अधिकारियों एवं जवानों ने एक दूसरे पर फूल बरसाये और होली की शुभकामनाये दी। इस अवसर पर बड़ा खाना का आयोजन किया गया जिसमें बड़े अधिकारी और जवानों ने एक ही मेज पर बैठ कर लजीज खाने का लुफ्त उठाया। कार्यक्रम में नेपाल से आये प्रतिनिधि एसपी सुधीऱ शाही और एसपी संतोष कुमार को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ हीं सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य रूप से भांगड़ा, बंबू डांस, थारु डांस आदि का आयोजन किया गया।