छत्तीसगढ़ के जशपुर में जिला प्रशासन ने भू-जल स्तर में गिरावट के मद्देनजर नदी-नालों पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार करने के निर्देश दिये है।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने गर्मी का मौसम के दौरान पत्थलगांव, बगीचा और फरसाबहार विकास खंड के 100 से अधिक गांवों के भू-जल स्तर में 25 से 50 फीट तक गिरावट की समस्या के मद्देनजर नदी नालों पर मिट्टी के छोटे छोटे बांध तैयार करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने बताया कि बीते वर्ष बगीचा नगर पंचायत ने आसपास के नदी नालों का इसी तरह पानी रोकने से भीषण गर्मी के दौरान लगभग 150 हेंडपंप और 20 कुओं में लगातार पानी उपलब्ध रहा था। उन्होंने पेयजल की समस्या वाले गांवों को चिन्हित कर वहां गर्मी से पहले आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं। बगीचा नगर पंचायत ने इस वर्ष भी गर्मी की शुरूआत से पहले ही डोड़की , रजपुरी नदी तथा अन्य जीवित नालों पर मिट्टी के छोटे छोटे बांध तैयार करने का काम शुरू कर दिया है।
नगर पंचायत अधिकारी निलेश केरकेट्टा ने बताया कि बीते साल गर्मी के मौसम में नदी नालों पर मिट्टी के छोटे छोटे बांध तैयार कर लेने से भू जल स्तर में गिरावट नहीं आई थी। इसी वजह से लोगों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ा था। इस वर्ष भी मिट्टी के छोटे छोटे बांध तैयार करने का कार्य को प्राथमिकता से पूरा कराया जा रहा है।
बजट सत्र के पहले होंगे नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव, तैयारियां तेज
रायपुर छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बार चुनावी प्रक्रिया को लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। आगामी 11…