उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर क्षेत्र में सिचाई विभाग भौराडांडा गांंव में 103 करोड़ की पंप कैनाल स्थापित कर बांदा जिले के आठ गांवों की 1700 हेक्टेयर भूमि की सिचाई करेगा।
शासन के आदेश के अनुसार परियोजना बनाकर केद्रीय जल आयोग दिल्ली से एनओसी मांगी गयी है। लघु डाल नहर (लिफ्ट कैनाल) विभाग के अधिशासी अभियंता एस के त्रिवेदी ने मंगलवार को बताया कि जिले में यमुना नदी में दस लिफ्ट कैनाल पहले से ही संचालित है, जिससे करीब दस हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है। उन्होंने बताया कि सुमेरपुर क्षेत्र के सीमा में पड़ने वाले बांदा जिले के आठ गांवों में सिंचाई की कोई सुविधा न होने एवं जल स्तर नीचे होने के कारण जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने शासन से पहल कर यमुना नदी में हमीरपुर जिले के भौराडांडा गाव में लिफ्ट कैनाल बनाने की परियोजना तैयार करने को कहा था।
राज्य मंत्री बांदा के रहने वाले है। इस परियोजना से हमीरपुर जिले का भौराडाडा गांव के अलावा बांदा जिले के रामपुर, जसपुरा, नरायनपुर, तागामऊ, नरैनी, कनड़ीपुरवा, जोनामऊ आदि गांवों की 1700 हेक्टेयर भूमि की सिचाई संभव हो सकेगा। इस परियोजना की लागत 103 करोड़ रुपए आयेगी, जिसमें 11 करोड़ लागत का विद्युत सब स्टेशन का निर्माण किया जायेगा।
यह परियोजना भूमिगत पाइप लाइन की बनायी जायेगी इसके लिये कुछ जमीन भी किसानों से अधिग्रहण करनी पड़ेगी उसका मूल्य भी किसानों को देना प़डेगा। इस मामले में केंद्रीय जल आयोग के एसडीओ हमीरपुर संदीप सिंह ने बताया कि मामला दिल्ली के स्तर का है वही से नहर निकालने की अनुमति मिलेगी।