महोबा.उत्तर प्रदेश के महोबा में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार से अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया।
अपने घरों से चारपाई व भोजन सामग्री लेकर आये यह किसान सदर तहसील परिसर में डट गए । किसानों के हंगामे के कारण अफरा.तफरी की स्थिति उतपन्न हो गई है। भारी अव्यवस्था के चलते यहां राजस्व विभाग के अदालती व अन्य सभी कामकाज ठप हो गये।
किसान फसल बीमा क्लेम का बकाया भुगतानए आपदा राहत, मटर की फसल की 8000 रुपये एमएसपी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जोरदार प्रदर्शन किया। दिन चढ़ने के साथ ही जिले के कोने.कोने से आकर जुटे सैकड़ो की संख्या में किसानों ने पहले नारेबाजी करते हुए मुख्यालय की सड़कों पर जोरदार जुलूस निकाला और बाद में सदर तहसील पहुंच कर अपना डेरा जमा लिया।
आंदोलनकारी किसान अपने साथ चारपाई, बिस्तर व भोजन सामग्री आदि भी लेकर आये है। उन्होंने अपनी मांगे पूरी होने से पहले अधिकारियों से किसी प्रकार की बातचीत से भी इंकार किया है।
तहसील में शुरू हुए अनिश्चित कालीन धरना को सम्बोधित करते हुए आंदोलनकारी किसानों के अगुआ गुलाब सिंह राजपूत ने कहा कि प्रतिवर्ष वर्षा,अतिवृष्टि,उपल वृष्टि जैसी आपदाओं के शिकार बुंदेलखंड के किसानों की सब्र की सीमा अब खत्म हो चुकी है। इस बार वह आर.पार की लड़ाई के लिए घर से निकला है। शासन और प्रशासन से अपनी मांगों पर ठोस कार्यवाही के बगैर वह वापस नही लौटेगा। उन्होंने कहा कि कथित किसान यूनियनों और राजनीतिक दलों द्वारा उनका उपयोग कर ठग लिए जाने के चलते अब जिले का किसान सतर्क है। यही वजह है कि अबकी उसने बगैर किसी डंडा. झंडा के अपनी लड़ाई लड़ने का मन बनाया है।
किसान नेता गुलाब सिंह ने कहा कि जिले में किसानों का शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है। फसल बीमा का प्रीमियम अदा करने के बावजूद किसानों को यहां गत वर्षों के क्लेम का भुगतान नही किया गया। किसानों की फसल खरीद का 72 घण्टे के भीतर भुगतान के शासन के निर्देश होने के बाद भी जिले में किसान पिछले तीन महीनों से भुगतान के लिए चक्कर लगा रहा है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नही।
किसान नेता ने बुंदेलखंड में मटर की अच्छी पैदावार होने के चलते किसान को उसका 8000 रुपये एमएसपी निर्धारित करने की भी मांग की। उधर किसान आंदोलन के कारण नगर में अब्यवस्था उतपन्न होने के चलते पुलिस को कानून व्यवस्था कायम करने को कड़ी मशक्कत उठानी पड़ी।
पुलिस उप अधीक्षक आर0पी0 राय ने बताया कि किसानों के धरना स्थल पर पुलिस की कड़ी निगरानी की गई है। कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर किसानों को कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।